बुधवार, 29 मई 2013

मीरा को फिल्म में लेकर पछ्ता रहे अजय यादव


एक बॉलीवुड निर्देशक को अपनी फिल्म में पाकिस्तानी कलाकार को लेना बड़ा महंगा पड़ गया है। बात हो रही है फिल्म ‘भड़ास’ के निर्देशक अजय यादव की, जिन्होंने अपनी फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री मीरा मलिक को लेकर बड़ी गलती कर दी। सुनने में आया है कि मीरा ने उनकी फिल्म के लिए पहले तो कुछ सीन करने से मना कर दिया और अब डबिंग करने से भी इंकार कर रही हैं। कुछ दिनों पहले फिल्म के प्रमोशन से मीरा के मना करने पर अजय ने मीरा को अपनी फिल्म में लेने पर अफसोस जताया था।


यह कैसे संभव है कि किसी फिल्म में पाकिस्तानी अदाकारा मीरा मलिक को लिया जाए और वह बिना किसी परेशानी के पूरी हो जाए? खबरों में है कि निर्देशक अजय यादव की फिल्म ‘भड़ास’ की हीरोइन मीरा ने शूटिंग के चौथे दिन ही फिल्म के किसी सीन को लेकर शिकायत करना शुरू कर दिया था। अजय ने बताया कि मीरा ने यह सब तब किया जब स्क्रीप्ट के एक - एक सीन पर उनसे बात की जा चुकी थी और उन्होंने प्रत्येक सीन के लिए हां किया था।

खैर इस शिकायत पर कुछ समय बाद बात बन गई और शूटिंग शुरू हो गई। परंतु यह परेशानियों का अंत नहीं बल्कि शुरूआत थी। जब फिल्म की शूट खत्म होने के बाद डबिंग की बारी आई तो मीरा ने डबिंग करने से भी मना कर दिया। मीरा के इस इंकार की वजह से अजय को मजबूरन उनके खिलाफ पुलिस केस दर्ज करवाना पड़ा था। अजय ने बताया कि इस सबके बाद मुझे वर्सोवा पुलिस स्टेशन में असहयोग के मामले पर केस दर्ज करवाना पड़ा। 

यहां भी पाकिस्तानी अदाकारा को अपनी फिल्म में लेने का खामियाजा अभी पूरा नहीं हुआ था। मीरा के इस रवैए को देखकर यह बीमारी फिल्म के हीरो आर्यमान रामसे को भी लग गई। अजय ने कहा कि मैं तब हैरान रह गया जब आर्यमान ने भी मेरी फिल्म की डबिंग करने से इंकार कर दिया। अजय ने उन्हें कई बार फोन किया और मैसेज भी किए, परंतु आर्यमान ने कोई जवाब नहीं दिया। अजय ने कहा कि अभिनेत्रियों के नखरे तो आम बात है परंतु अभिनेता भी?

इतना सब होने के बावजूद अजय ने हार नहीं मानी है। उन्होंने कहा है कि चाहे कुछ भी हो जाए मैं अपनी फिल्म रिलीज करके रहुंगा, कलाकारों के साथ या उनके बिना। 14 जून को रिलीज होने वाली फिल्म भड़ास को सीरिन फिल्म्स ने प्रोड्यूस किया है। फिल्म में आर्यमान रामसे, मीरा, आशुतोष कौशिक, श्री राजपूत, मोहिनी नीलकंठ और मुश्ताक खान जैसे कलाकारों ने काम किया है।

साभार :  वेब दुनिया 

मंगलवार, 28 मई 2013

स्मरणीय रहेगा चंद्रजीत यादव जी का व्यक्तित्च


अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वैचारिक क्रांति के सेनापति स्व. चंद्रजीत यादव की छठवीं पुण्यतिथि पर स्मृति सभा का आयोजन किया गया। इसमें उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किया गया।
पूर्व उप कुलपति और राष्ट्रीय सामाजिक न्याय आंदोलन के अध्यक्ष प्रो. पीसी पतंजलि ने कहा कि समाज के अंतिम आदमी के जीवन के उत्थान के लिए लड़ाई जारी रखनी चाहिए। कमजोर वर्गो को उनका संवैधानिक एवं मौलिक अधिकार देना चाहिए। समाजवादी लोकतंत्र में प्रत्येक वर्ग के हर क्षेत्र में आनुपातिक हिस्सेदारी होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि स्व. यादव का सिद्धांत व्यवहारिक था इसीलिए उनके सिद्धातों की अनदेखी कर उनकी मांगों को न मानने पर स्व. यादव से विभिन्न मोर्चो पर नेताओं और दलों से टकराव होता रहता था। उन्होंने कहा कि चन्द्रजीत यादव ने पूरी दुनियां से विभिन्न प्रकार की विषमताओं और भेदभाव को समाप्त कर समता पर आधारित सामाजिक व्यवस्था की स्थापना करना चाहते थे। प्रो. पंतजलि ने कहा कि चन्द्रजीत यादव की स्मृति सभा में दलीय सीमाएं टूट जाती है।
पूर्व उपकुलपति प्रो. एसएस कुशवाहा ने चन्द्रजीत यादव को एक महान सशक्त नेता बताया। उन्होंने पंचमढ़ी में कांग्रेस पार्टी के महाधिवेशन में संबोधित करते हुए खासतौर पर राजीव गांधी से कहा था कि सामाजिक, आर्थिक, समता हर नागरिक का जन्मसिद्ध अधिकार है। उसे आप अवश्य दें दे। उन्होंने कहा कि स्व. यादव पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के असली और सच्चे प्रतिनिधि थे। चन्द्रजीत यादव इतने सशक्त थे कि यदि वे न होते तो शंकर दयाल शर्मा पूर्व राष्ट्रपति न हुए होते।
पंचायती राज मंत्री बलराम यादव ने कहा कि स्व. यादव के साथ राजनीतिक रूप से बहुत कम रहे किन्तु उनके विचारों से प्रभावित रहते थे। उन्होंने चन्द्रजीत यादव की प्रतिमा लगाने संबंधी प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा कि वे शासन में बात कर उनकी प्रतिमा लगाने का प्रयास करेंगे।
कार्यक्रम को राजेश्वर यादव एडवोकेट, पूर्व सांसद बलिहारी बाबू, सांसद रमाकांत यादव, परिवहन मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव, विधायक संग्राम यादव, आलमबदी आजमी, सपा जिलाध्यक्ष हवलदार यादव, दलसिंगार यादव, डा. ज्ञानप्रकाश दुबे, प्रभाकर सिंह, बनवारी लाल जालान, मंतराज यादव, प्रो. नरेन्द्र यादव, नेसार अहमद, जीत बहादुर यादव, रामकृष्ण यादव, जयप्रकाश नारायण, मुन्नू यादव, रामअचल यादव, सेराज अहमद, सुभाष राय, अरविन्द जायवाल, पंकज गौतम आदि ने संबोधित किया। इस दौरान चन्द्रजीत यादव की पत्नी श्रीमती आशा यादव भी उपस्थित रहीं।

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आजमगढ़: पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सामाजिक न्याय आंदोलन के प्रणेता रहे स्व. चंद्रजीत यादव की जयंती पर रविवार को हरवंशपुर स्थित सामाजिक न्याय एवं बाल भवन केंद्र के सभागार में गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें स्व. श्री यादव के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर चर्चा की गयी। वक्ताओं ने कहा कि चंद्रजीत का व्यक्तित्व सदैव स्मरणीय रहेगा। वह आजीवन किसान, गरीब, बुनकर के उत्थान की बात करते थे। उनकी आवाज को संसद तक पहुंचाते थे। वक्ताओं ने कहा कि देश ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय मामलों में उनकी भूमिका की सराहना की जाती थी। लोग उन्हें लोहा मानते थे। राजशाही व्यवस्था समाप्त करने एवं आम आदमी के लिए बैंकों का दरवाजा खुलवाने में उनकी अहम भूमिका थी। वक्ताओं ने कहा कि जनपद के सुनियोजित विकास के लिए वर्ष 1973 में जो सम्मेलन आयोजित किया गया था उस सम्मेलन में जिले के विकास की मजबूत बुनियाद रखी गयी थी। बड़े-बड़े कार्य हुए । कालांतर में दूसरों ने उस काम को आगे नहीं बढ़ाया। जो कुछ हुआ उस पर भी ग्रहण लगता जा रहा है। इस दौरान बलिहारी बाबू, करुणाकांत मिश्र, बनवारी लाल जालान, वैभव वर्मा, डॉ. रवि सिंह, रमेश यादव, रामजीत यादव, गौरीशंकर, रवींद्र प्रधान आदि उपस्थित थे।

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आजमगढ़: इंका के वरिष्ठ नेता रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री चंद्रजीत यादव का सपना साकार हो रहा है। समतामूलक समाज की स्थापना के उद्देश्य से उनके द्वारा हरबंशपुर में स्थापित किये गये सामाजिक न्याय एवं बाल भवन केंद्र में समाज के सभी वर्गो के बच्चे शिक्षा के साथ-साथ कंप्यूटर की तकनीकी जानकारी हासिल कर रहे हैं। केंद्र के निदेशक रामजनम यादव ने कहा कि सत्य, अहिंसा, देशभक्ति एवं मानवीय मूल्यों के प्रति समर्पित इस केंद्र में बच्चों को महापुरुषों के बारे में भी बताया जाता है। केंद्र के अंदर एक संग्रहालय स्थापित किया गया है। इसमें मंडल आयोग के संघर्षो की मुख्य विशेषताएं, उनसे संबंधित छाया चित्र, सामाजिक न्याय आंदोलन के प्रमुख नेताओं व महापुरुषों के चित्र भी लगाये गये हैं। उद्देश्य आने वाले पीढ़ी को इनके बारे में बताना है। गरीब, पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चों को कंप्यूटर की तकनीकी जानकारी देने के लिए विशेषज्ञों को विशेष रूप से रखा गया है। इसके अलावा स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित पुस्तकें, सामान्य ज्ञान, साहित्य एवं भौगोलिक जानकारी के लिए भी बच्चों को पुस्तकें उपलब्ध करायी गयी हैं।

आत्मविश्वास व परिश्रम ने संतोष यादव को दिलाया सफलता

यदुकुल ब्लॉग : सफलता जिन्दगी में काफी मायने रखती है और विशेषकर तब जब उसके साथ कैरियर भी जुड़ा  हो . आजमगढ़ के निवासी और  बीएड प्रवेश परीक्षा में प्रदेश में अव्वल संतोष यादव इस सफलता से गदगद है। संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा में 301 अंक पाकर उन्होंने  पूरे प्रदेश में सर्वोच्च स्थान पाकर  जिले का मान बढ़ाया है। हालांकि एक बारगी उन्हें विश्वास नहीं हुआ कि इतनी बड़ी कामयाबी हासिल की है। उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास व परिश्रम के बूते उन्हें यह सफलता हासिल हुई है। वह सिविल सर्विस में जाना चाहते हैं। इसके लिए जी जान से तैयारी कर रहे हैं। कामयाबी का श्रेय उन्होंने माता-पिता, मित्रों व गुरुजनों को दिया। आज वह जो भी हैं उन्हीं के मार्गदर्शन व आशीर्वाद का परिणाम है।

आजमगढ़ के फूलपुर क्षेत्र के ससना गांव निवासी संतोष के पिता कोमल प्रसाद यादव गुजरात स्थित एक स्टील कंपनी में कार्यरत हैं जबकि मां श्रेया देवी गृहिणी हैं। वह दो भाइयों में सबसे बड़े हैं। छोटे भाई मनोज ने इंटर फाइनल की परीक्षा दी है। संतोष की प्राथमिक शिक्षा गांव के ही विद्यालय में हुई। उन्होंने हाईस्कूल में 78 व इंटरमीडिएट में भी 70 फीसद अंक प्राप्त किए थे। वर्ष 2011 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बीए किया। इस वर्ष एमए फाइनल की परीक्षा दे चुके हैं। इसके अलावा हिन्दी में यूजीसी नेट भी क्वालीफाई किया है। उन्होंने प्रतियोगी परीक्षा में सफलता के लिए टिप्स देते हुए बताया कि लक्ष्य के साथ आत्मविश्वास ही कामयाबी की रीढ़ है। किसी भी विषय की पढ़ाई पूरे मनोयोग से करनी चाहिए।
यदुकुल की तरफ  से संतोष यादव को हार्दिक बधाइयाँ !!

राम शिव मूर्ति यादव : यदुकुल ब्लॉग @ http://yadukul.blogspot.com/ 

महिलाओं के हक के लिए लड़ रही हैं चंदा यादव


यदुकुल ब्लॉग : नारी सशक्तीकरण आज की जरूरत है। यह तभी संभव है, जब नारी खुद इसके लिए आगे आए। ऐसी ही सशक्त महिला है चंदा यादव, जो अन्याय के विरूद्ध लड़ने को सदैव तत्पर रहती हैं । वर्ष 2002-03 में गाजीपुर में लगभग 180 गरीब और पिछड़े वर्ग की महिलाओं से इंदिरा आवास दिलाने के नाम पर तीन-तीन हजार की अवैध वसूली की गई थी। इन गरीब महिलाओं  ने अपने जेवर तथा बकरी और भैंस बेचकर रिश्वत की रकम चुकाई। उसके बाद भी इन महिलाओं की बजाय अपात्रों को अवास दे दिए गये। इसकी जानकारी मिलते ही चंदा यादव ने मोर्चा खोल दिया। लगभग पांच सौ महिलाओं के साथ मुहम्मदाबाद से लेकर गाजीपुर मुख्यालय तक 25 किलोमीटर की पैदल यात्रा भीख मांगते हुए की थी। इस आंदोलन का असर यह हुआ कि कुछ दिनों  में पात्र महिलाओं को इंदिरा आवासों का आवंटन कर दिया गया। 

इसी प्रकार वर्ष 2003-04 में चंदा यादव के जिला पंचायत सदस्य रहने के दौरान ही मुहम्मदाबाद व भांवरकोल ब्लाक की लगभग 673 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों तथा सहायिकाओं को नौकरी से निकल दिया गया था। इसके खिलाफ चंदा ने धरना दिया। असर यह रहा कि जिला कार्यक्रम विभाग ने सभी को बहाल कर दिया । 

चंदा यादव जहां भी महिलाओं के साथ अन्याय देखती हैं, उसके खिलाफ खड़ी हो जाती है। बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत लगभग साढ़े नौ हजार रसोइयों में से साढ़े तीन सौ को विभाग ने बाहर कर रास्ता दिखा दिया तो इन बेरोजगारों का सहारा बनीं । चंदा यादव जोरदार आंदोलन किया और विकास भवन के सामने रसोइया संघ की महिलाओं के साथ दो माह तक समय समय पर घेरा डालो, डेरा डालो आंदोलन चलाया। उनके संघर्ष का असर रहा कि 72 रसोइयों को दोबारा काम पर लिया गया। 250 महिला रसोइयों का मामला लंबित है। इसके बारे में सकारात्मक रिपोर्ट आ गई है, पंरतु विभाग ने आदेश जारी नहीं किया है। 

चंदा यादव बताती है कि पंचायतों में महिलाओं की भागीदारी व पंचायती राज की मूल कल्पना को साकार करना उनका प्रमुख कार्य है। चंदा वर्ष 2000 से 2005 तक जिला पंचायत सदस्य रहीं और उसके बाद 2005 में मुहम्मदाबाद, गाजीपुर की ब्लाक प्रमुख बनीं। चन्दा जिला रसोइया संघ की संरक्षक तथा महिला संगठन की संयोजक भी है। इनके संगठन में 12 महिला प्रधान तथा 27 महिला क्षेत्र पंचायत सदस्य व 113 महिला ग्राम पंचायत सदस्य है। ये सभी जनप्रतिनिधि महिलाएं, अपने पति की सहायता के बगैर पंचायतों के सारे काम निपटाती है। यह सब चंदा के जागरूकता अभियान का नतीजा है।

शनिवार, 25 मई 2013

पुण्य तिथि पर याद किये गए चंद्रजीत यादव



आजमगढ़: पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. चंद्रजीत यादव की पांचवी पुण्यतिथि पर शुक्रवार, 24 मई 2013 को उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। नेहरू हाल के सभागार में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में विधायक डॉ. संग्राम यादव ने कहा कि चंद्रजीत यादव सच्चे राष्ट्रभक्त थे। सिद्धांत के पक्के थे। उनके विचार सदैव प्रासंगिक रहेंगे। श्री यादव ने कहा कि पिछड़ों व दलितों को उनका अधिकार दिलाने के लिए चंद्रजीत यादव आजीवन संघर्ष किया। आज यह देश किधर जा रहा है इस पर सोचने की जरूरत है। आजादी के बाद देश की जो दशा है उस पर यदि नजर दौड़ाई जाय तो यह कहा जा सकता है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बताए हुए पद चिन्हों पर नहीं चलने के कारण समाज की दुर्गति हो रही है। 

विधायक आलमबदी ने कहा कि चंद्रजीत यादव ने प्रतिभा के धनी थे। पूर्व सांसद बलिहारी बाबू व रामकृष्ण यादव ने कहा कि चंद्रजीत यादव ने देश ही नहीं विदेशों में भी इस जनपद की अलग पहचान बनाई। रामअचल यादव ने कहा कि चंद्रजीत यादव ने सामाजिक न्याय आंदोलन को खड़ा कर यह बता दिया कि उनके दिल में समाज के प्रति कितना लगाव था। 

कार्यक्रम में सर्वप्रथम स्व. श्री यादव की धर्मपत्‍‌नी आशा यादव ने स्व. श्री यादव के चित्र पर पुष्प अर्पित किया। इस अवसर पर जय प्रकाश नारायण, इम्तेयाज बेग, बनवारी लाल जालान, मोती राम यादव, सच्चिदानंद राय, चुन्नन राय, राजकुमार पांडेय, जवाहर सैनी, नरेंद्र सिंह, कैलाश यादव, वसीउद्दीन, संतोष यादव, अशोक यादव, रामजनम यादव, उमा यादव, विजय बहादुर यादव आदि उपस्थित थे। अध्यक्षता विजय बहादुर राय व संचालन वैभव वर्मा ने किया।

(चित्र में : स्व . चंद्रजीत यादव जी की फाइल फोटो)

बुधवार, 8 मई 2013

सिविल सेवा परीक्षा 2012 में बीस यदुवंशी चयनित

संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा 2012 के अंतिम परिणाम 3, मई 2013 दिन शुक्रवार को घोषित कर दिये। इन परिणामों के महत्‍वपूर्ण मुख्‍य बिंदु निम्‍नलिखित हैं: 

• सिविल सेवा परीक्षा (प्राथमिक) 2012, 20 मई 2012 को आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में आवेदन करने वालों की 5,36,506 की संख्‍या एक कीर्तिमान था, जिसमें से वास्‍तव में 2,71,422 उम्‍मीदवार ही परीक्षा में शामिल हुए थे। 

• अक्‍टूबर 2012 में होने वाली मुख्‍य लिखित परीक्षा के लिए 13,092 उम्‍मीदवारों को सफल घोषित किया गया जिसमें से 2674 उम्‍मीदवारों का चयन मार्च-अप्रैल 2013 में होने वाले व्‍यक्तित्‍व परीक्षण के लिए किया गया। अंत में 998 उम्‍मीदवारों (753 पुरूष और 245 महिलाएं) की 1091 रिपोर्ट की गई रिक्तियों के समक्ष भारतीय प्रशा‍सनिक सेवा, भारतीय विदेश सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और अन्‍य केन्‍द्रीय सेवाओं में नियुक्ति के लिए अनुशंसा की गई। वर्तमान में खाली बची 92 रिक्तियां सामान्‍य मानकों से सफल होने वाले आरक्षित उम्‍मीदवारों के लिए हैं। सेवा आंवटन के लिए यह उम्‍मीदवार विकल्‍प के आधार पर निर्भर करेंगे, यह रिक्तियां आयोग द्वारा बनायी जाने वाली आरक्षित सूची से अनुशंसित उम्‍मीदवारों द्वारा भरी जायेंगी। 

• शीर्ष स्‍थान पर एक महिला उम्‍मीदवार सुश्री हर्षिता वी. कुमार (रोल नम्‍बर 075502) हैं। उन्‍होंने केरल विश्‍वविद्यालय से बी.टेक किया है। यह उनका चौथा प्रयास था। 

• दूसरे स्‍थान पर श्री वी. श्रीराम (रोल नम्‍बर 494891) रहे। वह केरल विश्‍वविद्यालय से एमबीबीएस हैं। यह उनका दूसरा प्रयास था। 

• तीसरा स्‍थान भी एक महिला सुश्री स्‍तुति चौहान (रोल नम्‍बर 038970) ने ही हासिल किया। उन्‍होंने जोधपुर विश्‍वविद्यालय से बीएससी किया और दिल्‍ली के आईआईपीएम से कार्मिक और विपणन प्रबंधन में स्‍नातकोत्‍तर डिप्‍लोमा किया है। यह उनका तीसरा प्रयास था। 

• सामान्‍य, अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति सभी में शीर्ष स्‍थान महिलाओं ने ही हासिल किया है। शीर्षस्‍थ 25 उम्‍मीदवारों में 13 पुरूष और 12 महिलाएं हैं। 

• इस परीक्षा में सफल हुए उम्‍मीदवार एक अखिल भारतीय विभाजन की प्रदर्शनी भी है। शीर्षस्‍थ 25 उम्‍मीदवारों में वह उम्‍मीदवार हैं जो अपने आपकों को बारह राज्‍य/ केन्‍द्र शासित प्रदेशों के निवसी होने के रूप में दावा कर सकते हैं अर्थात आन्‍ध्र प्रदेश, बिहार, चण्‍डीगढ़, दिल्‍ली, हरियाणा, जम्‍मु-कश्‍मीर, कर्नाटक, केरल, महाराष्‍ट्र, राजस्‍थान, तमिलनाडु और उत्‍तर प्रदेश। 

• जीवन के सभी क्षेत्रों जैसे किसान, अध्‍यापक, व्‍यवसायी, सरकारी कर्मचारी, डॉक्‍टर, वकील, प्रोफेसर और सिविल सेवा से आने के कारण शीर्षस्‍थ 25 उम्‍मदवारों की पारिवारिक पृष्‍ठभूमि विविधतापूर्ण प्रतिनिधित्‍व दर्शाती है। 

• शीर्षस्‍थ 25 उम्‍मीदवारों में से 6 अपने पहले प्रयास में वरीयता सूची में थे, 9 दूसरे प्रयास में वरीयता सूची में थे, 8 तीसरे प्रयास में और चौथे और छठे प्रयासों में एक एक उम्‍मीदवार वरीयता सूची में थे। 

• शीर्षस्‍थ 25 उम्‍मीदवारों में 12 दिल्‍ली से थे; 4 तिरूवंनतपुरम, दो-दो चैन्‍नई और हैदराबाद से और एक-एक जम्‍मु, मुम्‍बई, जयपुर, चण्‍डीगढ और इलाहाबाद केन्‍द्र से थे। 

सिविल सर्विसेज परीक्षा 2012 - में सफल यादव अभ्यर्थी-

Sl no. Rank Name
1 21 Rajkamal Yadav
2 102 Nishant Kr Yadav
3 105 Amit Prakash Yadav
4 314 RENU Yadav
5 328 Bhor Singh Yadav
6 428 Pradeep Kr Yadav
7 430 Pavan Yadav
8 499 Nisheeth Yadav
9 532 Yadav Vishwajeet Shirish Kr
10 575 Shiv Shankar Yadav
11 595 Rahul Kr Yadav
12 639 Sudha Yadav
13 678 Aditi Yadav
14 694 Yogesh Yadav
15 731 Kapil Yadav
16 782 Inderjeet Yadav
17 800 Ankur Yadav
18 812 Chesta Yadav
19 819 Ram Niwas Yadav
20 911 salunke Durgesh Yadav




- Ram Shiv Murti Yadav @ www.yadukul.blogspot.com/